देश की सबसे प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस जिसके माध्यम से देश की 23 आईआईटी की लगभग 10980 सीटों पर प्रवेश मिलता है। इस परीक्षा की पात्रताएं जेईई-एडवांस आईआईटी कानपुर द्वारा शनिवार को घोषित कर दी गई। जिसके अनुसार विद्यार्थी को जेईई-मेन के स्कोर के आधार पर शीर्ष 2 लाख 24 हजार विद्यार्थियों में शामिल होना होगा। इन श्रेष्ठ 2 लाख 24 हजार विद्यार्थियों में सामान्य श्रेणी के एक लाख 13 हजार 120, ओबीसी के 60480 व एससी-एसटी के क्रमशः 33600 एवं 16800 विद्यार्थी शामिल हैं, जबकि गत वर्ष तक जेईई-एडवांस परीक्षा के लिए शीर्ष 2 लाख 20 हजार विद्यार्थियों को ही क्वालीफाई किया जाता था। इस वर्ष 4 हजार विद्यार्थियों को ज्यादा क्लीफाई किया जाएगा। साथ ही बाकी सभी जेईई-एडवांस देने की पात्रताओं को गत वर्ष के समान ही रखा गया है। इन पात्रताओं में जेईई-एडवांस देने के लिए विद्यार्थी को 12वीं व 12वीं के बाद दो अवसर एवं 12वीं बोर्ड पात्रता जो कि सामान्य व ओबीसी के लिए 75, एससी व एसटी के लिए 65 एवं कैटेगिरी अनुसार अपने-अपने बोर्ड की टाॅप 20 पर्सेन्टाइल में आना शामिल है।
जेईई-एडवांस देने के लिए इस वर्ष ऐसे विद्यार्थी जो कि गत वर्ष 12वीं बोर्ड पात्रता को पूरा नहीं कर पाए इन विद्यार्थियों को अपने-अपने 12वीं टाॅप 20 पर्सेन्टाइल में आने के लिए सभी विषयों में बोर्ड इम्प्रूवमेंट देना होगा, साथ ही विद्यार्थियों के लिए राहत की बात यह है कि यदि ये विद्यार्थी 12वीं बोर्ड पात्रता 75 प्रतिशत या कैटेगिरी अनुसार 65 पर्सेन्ट को पूरा करना चाहे तो इन्हें एक या एक से अधिक विषयों में 12वीं बोर्ड इम्प्रूवमेंट देने की छूट दी गई है। इन विद्यार्थियों का दोनों वर्षों में से दिए गए जिस विषय में ज्यादा अंक आए हैं उसे बोर्ड पात्रता में औसतन प्रतिशत जोड़ने के लिए गिना जाएगा।
जिन विद्यार्थियों ने जोसा काउंसलिंग के दौरान आईआईटी आवंटन के पश्चात सीट असेप्टेंस फीस का भुगतान कर रिपोर्टिंग सेंटर पर रिपोर्ट नहीं किया और साथ ही समय रहते सीट विड्राअल करवा ली, वे इस वर्ष जेईई-एडवांस परीक्षा में बैठ पाएंगे एवं जिन विद्यार्थियों ने गत वर्ष आईआईटी की रिपोर्टिंग सेंटर पर जाकर सीट असेप्ट कर ली थी वे इस वर्ष जेईई-एडवांस परीक्षा में बैठने के योग्य नहीं होंगे।