देश के कुल 100 कॉलेजों की 37952 सीटों के लिए जोसा द्वारा ज्वाइंट काउंसलिंग जारी है, जिसमें 23 आईआईटी की 11279 सीटों, 31 एनआईटी की 16800 सीटों, 23 ट्रिपलआईटी की 4023 सीटें एवं 23 जीएफटीआई की 4683 सीटें शामिल हैं। इस ज्वाइंट काउंसलिंग का प्रथम राउण्ड का सीट आवंटन बुधवार को सुबह 10 बजे जारी होगा। विद्यार्थी जिन्हें प्रथम राउण्ड सीट आवंटन में किसी भी कॉलेज का सीट आवंटन हुआ है, उन्हें 28 जून से 2 जुलाई के मध्य बनाए गए देश के 62 रिपोर्टिंग सेंटर पर रिपोर्ट करना होगा। ध्यान देने योग्य बात यह है कि विद्यार्थी जिन्हें प्रथम राउण्ड आवंटन में आईआईटी कॉलेजों का आवंटन हुआ है, उन्हें 17 आईआईटी में बनाए गए रिपोर्टिंग सेंटर पर ही एवं जिन्हें एनआईटी, ट्रिपलआईटी व जीएफटीआई के कॉलेजों का आवंटन हुआ है, उन्हें निर्धारित 45 एनआईटी व अन्य रिपोर्टिंग सेंटर पर आवश्यक दस्तावेजों के साथ रिपोर्ट करना होगा। जिन विद्यार्थियों को प्रथम राउण्ड में सीट का आवंटन हुआ है, उन्हें रिपोर्टिंग सेंटर पर रिपोर्ट करना आवश्यक है, अन्यथा वे आगे की काउंसलिंग राउण्ड से बाहर हो जाएंगे। विद्यार्थियों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ सीट स्वीकार्य फीस की रसीद लेकर भी जाना होगा। यह सीट स्वीकार्य फीस सामान्य व ओबीसी के लिए 35 हजार, एससी-एसटी व शारीरिक विंकलांग विद्यार्थियों के लिए 15 हजार रुपए रखी गई है, जिसका भुगतान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ई-चालान, डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है। आवश्यक दस्तावेजों में विद्यार्थी को कक्षा 10वीं एवं 12वीं की अंक तालिका, तीन फोटो, प्रोविजनल अलॉटमेंट लेटर, अंडरटेकिंग फॉर्म, सीट असेप्टेंस फीस की रसीद, एक फोटो आईडी, जेईई-मेन एवं एडवांस का प्रवेश पत्र, स्कोर कार्ड, मेडिकल सर्टिफिकेट, कैटेगिरी सर्टिफिकेट एवं सभी दस्तावेजों की एक-एक प्रति भी साथ में ले जानी होगी। इस वर्ष ओबीसी के विद्यार्थियों को अपना कैटेगिरी दस्तावेज एक अप्रेल 2018 के बाद का बनवाकर ले जाना होगा। इस वर्ष सात राउण्ड में काउंसलिंग प्रक्रिया संपन्न होगी।
विद्यार्थियों को रिपोर्टिंग सेंटर पर रिपोर्टिंग करते समय आवश्यक दस्तावेजों के साथ वेबसाइट पर दिए गए अण्डरटेकिंग फार्म को भी भरकर ले जाना होगा। इस अण्डरटेकिंग फार्म में विद्यार्थियों को फ्रीज, फ्लॉट व स्लाइड का विकल्प दिया गया है। यदि विद्यार्थी प्रथम राउण्ड में आवंटित सीट से संतुष्ट है और आगे के राउण्ड की काउंसलिंग में भाग नहीं लेना चाहता है तो फ्रीज विकल्प को चुन सकता है। साथ ही वह विद्यार्थी जो आगे की काउंसलिंग में भी भाग लेना चाहते हैं, उन्हें फ्लॉट एवं स्लाइड का विकल्प चुनना होगा। फ्लॉट विकल्प द्वारा विद्यार्थी को उसकी मिली हुई कॉलेज के ऊपर च्वाइस फिलिंग के दौरान कॉलेज वरीयता सूची में भरी हुई किसी भी कॉलेज की ब्रांच में एवं स्लाइड विकल्प द्वारा विद्यार्थी को उसकी मिली हुई कॉलेज के ऊपर कॉलेज वरीयता सूची में भरी हुई उसी कॉलेज की ब्रांच में जाने का मौका मिलेगा। जिन विद्यार्थियों को प्रथम राउण्ड में कॉलेज का आवंटन नहीं हुआ है, उन्हें किसी भी रिपोर्टिंग सेंटर पर जाने की आवश्यकता नहीं है, उन्हें आगे की काउंसलिंग राउण्ड का इंतजार करना होगा।