जेईई-मेन अप्रेल के लिए आवेदन 8 फरवरी से
देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन जो कि इस वर्ष 8 से 12 जनवरी के मध्य पूर्णतः कम्प्यूटर बेस्ड करवाई गई। पूर्व में जेईई-मेन बीई-बीटेक परीक्षा का परिणाम 19 जनवरी को घोषित कर दिया गया। इसके बाद 31 जनवरी देर रात को बीआर्क का परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिया गया। यह परीक्षा आठ जनवरी को दो शिफ्टों में देश व विदेश के 255 शहरों में 390 परीक्षा केन्द्रों पर संपन्न हुई, इसके लिए 1 लाख 80 हजार 52 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया, जिसमें से 1 लाख 45 हजार 386 विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। इस परीक्षा में 100 पर्सेन्टाइल एनटीए स्कोर वाले दो विद्यार्थी आंध्रप्रदेश के रहे।
जारी किए गए परिणामों में कुल पर्सेन्टाइल स्कोर एनटीए स्कोर के रूप में 7 डेसिमल तक जारी किया। साथ ही विषयवार भी एनटीए स्कोर को पर्सेन्टाइल को 7 डेसिमल तक अलग-अलग दिया गया। यह पर्सेन्टाइल एक शिफ्ट में बैठने वाले विद्यार्थियों के अनुसार ही जारी की गई है। एनटीए द्वारा पारदर्शिता दिखाते हुए जेईई-मेन पेपर-2 की आंसर की भी जारी कर दी गई है। जिसके अनुसार ही परिणाम घोषित किया गया। जेईई-मेन अप्रेल परीक्षा जो कि 6 से 20 अप्रेल के मध्य संपन्न होनी है, इस परीक्षा के आवेदन आठ फरवरी से प्रारंभ होंगे। विद्यार्थी 7 मार्च तक इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है।
jविद्यार्थी जिनके परिणाम जनवरी जेईई-मेन में अपनी अपेक्षानुसार नहीं रहे हैं, उनके लिए पुनः अप्रेल जेईई-मेन देने का विकल्प उपलब्ध है। विद्यार्थी जनवरी जेईई-मेन परीक्षा देने में सामने आई कमियों को दूर करते हुए तथा एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को मजबूत करते हुए अप्रेल जेईई-मेन परीक्षा के लिए दो माह में तैयारी कर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर सकता है। साथ ही जेईई-मेन परिणामों में विद्यार्थी का जनवरी व अप्रेल परीक्षा में प्राप्त अधिकतम एनटीए स्कोर पर्सेन्टाइल पर ही उसकी ऑल इंडिया रैंक जारी की जाएगी। यह अधिकतम पर्सेन्टाइल प्रक्रिया जेईई-एडवांस परीक्षा की पात्रता के लिए भी लागू की जाएगी। अतः जेईई-मेन अप्रेल परीक्षा देने में सभी विद्यार्थियों का हित ही होगा।
विद्यार्थी जिनका पर्सेन्टाइल 95 पर्सेन्टाइल से कम है उन विद्यार्थियों को आवश्यक रूप से जेईई-मेन अप्रेल परीक्षा के लिए आवेदन करना चाहिए।