लड़कियों के लिए आईआईटीयन बनने की राह और आसान (जेईई एडवांस्ड-2020)

– ईडब्ल्यूएस कैटेगिरी में रिजर्वेशन 4 से बढ़ाकर 10 प्रतिशत किया

एडवांस्ड परीक्षा देने के लिए ओपन कैटिगिरी से 12675 विद्यार्थी कम कवालीफाई होंगे

 

देश की 23 आईआईटी 12 हजार 463 सीटों के लिए जेईई-एडवांस्ड परीक्षा 17 मई को आईआईटी दिल्ली द्वारा दो पारियों में सुबह 9 से 12 एवं 2ः30 से 5ः30 बजे तक परीक्षा होगी। जेईई-एडवांस्ड 2020 का इन्फॉर्मेशन बुलेटिन जारी कर दिया गया है। जारी किए गए इन्फॉर्मेशन बुलेटिन के अनुसार इस वर्ष लड़कियों को सुपरन्यूमेरेरी सीटें मिलाकर 20 प्रतिशत सीटें आवंटित की जाएंगी। जबकि गत वर्ष तक लड़कियों का फीमेल पूल कोटा 17 प्रतिशत तक ही था। इससे लड़कियों की आईआईटीयन बनने की राह और आसान हो गई है। इस वर्ष यह परीक्षा देश के 167 एवं विदेश में 4 शहरों में संपन्न होगी। जबकि गत वर्ष तक यह परीक्षा देश के 155 शहरों तथा विदेशों के 6 शहरों में संपन्न हुई थी। इस वर्ष राजस्थान में यह परीक्षा अजमेर, अलवर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, सीकर एवं उदयपुर में आयोजित होगी। कोटा में इस वर्ष भी परीक्षा केन्द्र ना होने के कारण विद्यार्थियों को तपती गर्मी में हजारों किलोमीटर की यात्रा करनी होगी।

इस वर्ष इडब्ल्यूएस कैटिगिरी के विद्यार्थियों का आईआईटी में रिजर्वेशन 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है। इस वर्ष कुल शीर्ष 2 लाख 50 हजार विद्यार्थी जेईई एडवांस्ड परीक्षा देने के लिए जेईई मेन के आधार पर कवालीफाई होंगे, जोकि गत वर्ष के मुकाबले 5 हजार अधिक है। ओपन कैटिगिरी के 1 लाख 1 हजार 250, ओबीसी के 67 हजार 500, ईडब्ल्यूएस के 25 हजार, एससी के 37 हजार 500 एवं एसटी के 18 हजार 750 विद्यार्थी शामिल है।

ओपन कैटिगिरी में 12 हजार 675 विद्यार्थी कम होंगे कवालीफाई

इस वर्ष एडवांस्ड परीक्षा के लिए पात्र सभी कैटिगिरी मिलाकर कुल 2 लाख 50 हजार विद्यार्थी क्वालिफाई होंगे। जिनमें गत वर्ष के मुकाबले ओपन कैटिगिरी में 12 हजार 675 विद्यार्थी कम कवालीफाई होंगे। गत वर्ष 1 लाख 13 हजार 925 विद्यार्थी ओपन कैटिगिरी से जेईई एडवांस्ड देने के लिए पात्र घोषित किए गए थे और इस वर्ष 1 लाख 1 हजार 250 विद्यार्थी ही ओपन कैटिगिरी से कवालीफाई होंगे। ईडब्ल्यूएस कैटिगिरी में 10 प्रतिशत आरक्षण किए जाने से 15 हजार 200 विद्यार्थी ज्यादा कवालीफाई होंगे। इस वर्ष ईडब्ल्यूएस कैटिगिरी 25 हजार विद्यार्थी क्वालिफाई किए जाने हैं। जबकि गत वर्ष 9 हजार 800 विद्यार्थी ही कवालीफाई किए गए थे।

3 प्रतिशत फीमेल पूल कोटा बढ़ने से लड़कियों को मिलेगा फायदा

सुपरन्यूमेरेरी सीटें मिलाकर फीमेल पूल कोटा 17 से 20 प्रतिशत करने से काफी पीछे की रैंक वाली छात्रा को भी आईआईटी मिलना आसान हो जाएगा। आंकड़ों के अनुसार समझें तो गत वर्ष टॉप 7 आईआईटी की कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में आईआईटी गुवाहाटी में 1800 एआईआर पर फीमेल को आवंटित की गई। इसके साथ ही 11 हजार 262 रैंक वाली छात्रा को भी आईआईटी जम्मू में सीएस ब्रांच आवंटित हुई। गत वर्ष आईआईटी में 21 हजार 528 रैंक वाली छात्रा को भी अंतिम प्रवेश मिला। जबकि फीमेल पूल कोटा गत वर्ष 17 प्रतिशत तक ही था और इस वर्ष 20 प्रतिशत होने से उपरोक्त ऑल इंडिया रैंक के बाद भी सीट मिलने ही संभावना बढ गई है।

एडवांस्ड देने की कट ऑफ पर पड़ेगा प्रभाव

इस वर्ष भी 11 लाख से अधिक यूनीक विद्यार्थियों की जेईई मेन देने की पूरी संभावना है एवं गत वर्ष 11 लाख 47 हजार 128 विद्यार्थियों ने जेईई मेन परीक्षा दी थी और पर्सेन्टाइल कट ऑफ जेईई-मेन में बैठने वाले यूनिक केंडिडेट पर निकाली जाती है। इस वर्ष यू तो 5 हजार विद्यार्थी जेईई मेन के आधार पर एडवांस्ड परीक्षा के लिए ज्यादा क्वालिफाई किए जा रहे हैं। परंतु ओपन कैटिगिरी के 12 हजार 675 विद्यार्थी कम क्वालिफाई होने से गत वर्ष की जनरल कैटिगिरी की कट ऑफ 89.7548899 पर्सेन्टाइल से बढ़ सकती है और ईडब्ल्यूएस की कट ऑफ गत वर्ष 78.2174869 पर्सेन्टाइल से घट सकती है। क्योंकि ईडब्ल्यूएस कैटिगिरी में 15 हजार 200 विद्यार्थियों को अधिक क्वालिफाई किया जा रहा है।

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