अंतिम दिन भी फिजिक्स के कैलकुलेटिव पार्ट ने किया परेशान
बृजेश माहेश्वरी, निदेशक
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
जेईई मेन अप्रैल परीक्षा शुक्रवार को संपन्न हो गई। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की ओर से तैयार विशेष एप सी-सैट पर विद्यार्थियों से मिले फीडबैक के अनुसार अंतिम दिन भी फिजिक्स के प्रश्नों ने परेशान किया। कैलकुलेटिव पार्ट होने से प्रश्नों को साॅल्व करने में समय ज्यादा लगा। फिजिक्स के बाद मैथेमेटिक्स में सबसे ज्यादा कैलकुलेटिव रही। ओवरआॅल पेपर का स्तर मध्यम रहा। फीडबैक के अनुसार जेईई मेन परीक्षा में 10 अप्रैल को शाम वाली पारी का पेपर सबसे ज्यादा कठिन रहा। इसमें कुछ प्रश्नों के उत्तर नहीं मिले एवं कैलकुलेशन पार्ट भी लेन्दी था। ऐसे में विद्यार्थियों को पेपर साॅल्व करने में कठिनाई हुई एवं समय भी ज्यादा लगा। हालांकि ओवरआॅल जेईई मेन परीक्षा में कंसेप्चुअल एवं कैलकुलेटिव दोनों तरह के प्रश्नों का सामंजस्य रहा एवं जनवरी जेईई मेन जैसा ही स्तर इस परीक्षा में भी देखने को मिला। इस स़त्र में पहली बार जेईई-मेन दो बार हुई, इस पर एनटीए को विश्लेषण करना चाहिए, दो बार परीक्षाएं करवाने से स्टूडेंट्स को क्या लाभ हुआ या उनके सामने किस तरह के विकल्प रहे। यह भी तय करना चाहिए कि इस सिस्टम और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।
एनसीईआरटी 12वीं पर रहा आधारित
जेईई मेन का पेपर एनसीईआरटी बेस्ड रहा। कैमेस्ट्री व फिजिक्स में सबसे ज्यादा एनसीईआरटी 12वीं कक्षा के सिलेबस से प्रश्न पूछे गए थे। इसी प्रकार मैथेमेटिक्स में 11 व 12वीं दोनों कक्षाओं के सिलेबस को समान रुप से स्थान दिया गया। कैमेस्ट्री की पढ़ाई एनसीईआरटी आधारित करने वाले विद्यार्थियों को फायदा होगा।