जेईई-मेन अप्रेल के आवेदन में हो रही गलतियां, विद्यार्थी ये रखें सावधानियां
अब तक 1 लाख 8 हजार से ज्यादा नए विद्यार्थियों ने किया रजिस्ट्रेशन
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित की जा रही देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन जिसके अप्रेल परीक्षा के लिए आवेदन 8 फरवरी से प्रारंभ हो चुके हैं। इस परीक्षा के लिए अब तक 1 लाख 8 हजार से ज्यादा नए विद्यार्थी भी रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, ये ऐसे विद्यार्थी हैं जो जनवरी जेईई-मेन में शामिल नहीं हुए थे और पहली बार यह परीक्षा देने जा रहे हैं। साथ ही बड़ी संख्या में वे विद्यार्थी जो जनवरी माह में परीक्षा दे चुके हैं और अब अपना एनटीए स्कोर और बेहतर बनाना चाहते हैं, वे भी पंजीकरण करवा रहे हैं। ऐसे में संभव है कि जेईई-मेन अप्रेल परीक्षा के लिए जनवरी माह के मुकाबले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने की पूरी संभावनाएं हैं।
जेईई-मेन अप्रेल आवेदन में बहुत से विद्यार्थी भी गलतियां करते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल पहली बार जेईई-मेन पोर्टल पर अप्रेल परीक्षा के आवेदन के लिए दो विकल्प दिए गए हैं, जिनमें से पहला विकल्प उन विद्यार्थियों के लिए है, जो पहली बार अप्रेल के एग्जाम में बैठने वाले हैं एवं दूसरा विकल्प जनवरी माह में परीक्षा देने के उपरान्त, अप्रेल में पुनः जेईई-मेन में परीक्षा देने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए रखा गया है। परन्तु कई विद्यार्थी जनवरी माह में परीक्षा देने के उपरान्त भी पहली बार अप्रेल माह की परीक्षा के लिए आवेदन करने हेतु विकल्प पर जाकर अपना आवेदन कर रहे हैं। जिससे उनकी आवेदन संख्या अलग-अलग आ रही है। अतः विद्यार्थी अपनी योग्यतानुसार सही विकल्प पर जाकर ही अपना आवेदन करें, इधर, एनटीए द्वारा भी विद्यार्थियों को मल्टीपल डुप्पीकेट आवेदन न करने से संबंधित दिशा निर्देश पब्लिक नोटिस के माध्यम से दिए जा चुके हैं।
विद्यार्थियों के जेईई-मेन अप्रेल आवेदन में त्रुटि को रोकने के लिए चेक प्वाइंट लगाए हैं। इसमें पूर्व में भरी गई सूचनाएं जैसे की विद्यार्थी का नाम, माता-पिता का नाम, जेंडर, जन्म दिनांक एवं स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी का मिलान किया जा रहा है। यदि विद्यार्थी पूर्व में जनवरी जेईई-मेन देने के उपरान्त पुनः अप्रेल परीक्षा के लिए गलती से नए विद्यार्थी के रूप में आवेदन करता है तो उसे जनवरी माह का ही आवेदन नंबर आंवटित कर सही विकल्प पर जाकर पूर्ण आवेदन करने की सलाह दी जा रही है। क्योंकि जनवरी व अप्रेल दोनों परीक्षाओं में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों के आवेदन क्रमांग एक ही रखे गए हैं और उसी के अनुसार विद्यार्थी की दोनों परीक्षाएं देने पर उनके दोनों एनटीए स्कोर सिंक कर अधिकतम एनटीए स्कोर के आधार पर आल इंडिया रैंक एवं जेईई-एडवांस्ड देने की पात्रता घोषित की जाएगी।