10,128 रैंक पर भी आईआईटी में मिली कम्प्यूटर साइंस ब्रांच
देश में लड़कियों की आईआईटीयन बनने की राह आसान होती जा रही है। देश में चल रही आईआईटी एनआईटी की काउंसलिंग में यह सामने आया है। जोसा द्वारा देश के 107 इंजीनियरिंग संस्थानों की 43185 सीटों के लिए काउंसलिंग करवाई जा रही है, जिसमें 23 आईआईटी की 12463 सीटें शामिल हैं। इस काउंसलिंग के पहले अलॉटमेंट में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कुल 2 लाख 15 हजार 861 विद्यार्थियों ने 2 करोड़ 24 लाख 89 हजार 623 च्वाइसेज भरी है। जारी किए गए अलॉटमेंट में गत वर्ष लगे 14 प्रतिशत फीमेल पूल कोटे को बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने से काफी पीछे की रैंक वाली लड़कियों को भी आईआईटी में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली कम्प्यूटर साइंस ब्रांच आवंटित हुई है। यह आवंटन छात्राओं को अलग से सुपरन्यूमेरेरी सीटों के रूप में हुआ है।
इस तरह मिल रहा लड़कियों को मौका
आवंटित की गई सीटों में लड़कियों को लड़कों के मुकाबले दुगनी से भी ज्यादा रैंक होने के बावजूद भी शीर्ष आईआईटी में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच का आवंटन हुआ है। आंकड़ों के अनुसार शीर्ष माने जाने वाले आईआईटी मुम्बई में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच 313 रैंक वाली छात्रा को आवंटित हुई, जबकि इस ब्रांच की लड़कों के लिए क्लोजिंग रैंक 63 रही। वहीं अन्य शीर्ष आईआईटी दिल्ली, मद्रास, कानपुर एवं खड़गपुर की क्योजिंग रैंक क्रमशः 465, 690, 919, 980 रही। वहीं इसकी तुलना में लड़कों की रैंक करीब तीन गुना कम होने के बाद इन ब्रांचों पर अंतिम आवंटन हुआ। 10128वीं रैंक पर भी छात्रा को आईआईटी जम्मू में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच का आवंटन हुआ, वहीं 4989 रैंक पर छात्र को इसी कॉलेज की यही ब्रांच मिली। प्रथम राउण्ड के आवंटन में आईआईटी में 18626 रैंक पर लड़की को आईआईटी की अंतिम सीट का आवंटन हुआ, वहीं लड़कों के लिए आईआईटी में क्लोजिंग रैंक 10854 रही।
लड़कियों को 1121 अतिरिक्त सीटों पर आवंटन
लड़कियों को कुल घोषित 1295 सीटों के साथ 1121 अतिरिक्त सीटों पर प्रवेश दिया गया। ऐसे में कुल 2416 सीटों पर आवंटन किया गया, जो कि आईआईटी की कुल सीटों की लगभग 17 प्रतिशत हैं। आहूजा ने कहा कि सरकार द्वारा दिए गए इस आरक्षण से काफी पीछे की रैंक वाली छात्राओं को भी आईआईटी में पढ़ने का मौका मिल रहा है, जिससे अब छात्राओं का रूझान भी आईआईटी की तरफ बढ़ रहा है।